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Showing posts from June, 2016
‪#‎ अंकुशठाकुर‬  " कयोकि जिंदगी मे क्लास (श्रेणी ) है " नमस्कार मै अंकुश ,हाजीर हूं लेकर सैटरडे नाईट , जी हां सैटरडे है तो सैटरडे नाईट ही कहूंगा ना । मुम्बई दिल्ली जैसे कयी वडे शहरो मे दो तरह की नाईट होती है एक शनिवार वाली और दूसरी सैटरडे नाईट , गांव मे एक ही थी शनिवार वाली , लेकीन शहरों मे ईसकी क्लास है , नाईट वाली क्लास , भला हो भी कयों ना जिन्दगी मे भी तो एक कलास है , अव रेलवे को ही ले लिजीये ईसमे भी कयी क्लास है वेचारा स्लीपर वाले यात्री कयी दफा सोचते रह जाते कि एक ही ट्रै क पर एक ही गाडी मे जा रहे मगर हममे भी एक क्लास है जो विल्कुल डिफरैंट हैं ,पहुंच से दूर है ,फासले से भरी ,और जिंदगी गुजर जाती है ईस स्लीपर और 3rd A.c के फासले को पूरा करने मे और जव आप 3rd Ac मे सफर करने लगते हैं तो पता चलता कि पडोसी तो तीसरी क्लास मे उड रहा ,सही पकडे हो वो प्लेन वाली क्लास । पर ईन क्लास मे जिंदगी भी थोडी अलग सी है अटपटी सी है , कुछ सुलझी तो कुछ अनसुलझी सी है ,स्लीपर मे पहुचकर थोडी ही देर मे आप सवसे एसे वाते करने लग जाते जैसे सदियो से एक दूसरे को जानते हों वहिं एसी वाली क्लास मे लोग अपने...
"सुलगता हिमाचल "  नमस्कार , विकास के नये हिमाचल मौडल मे आपका स्वागत है वडे वडे हायड्रो प्रोजैक्ट के विच , फ्लोर जैसे वने वस अड्डे , a.c volvo जैसी लैस ग्राउंड क्लीयरैंस वाली वसें ,चमचमाते उंचे होटल , वढते व्यापार, सुलगती वीडी वाली जवानी और वहुत कुछ ...सव है यहां .. भोटा के वाय पास से उतरते वस अड्डे तक पहुंचते सव है यहां , फ्रैस ,प्योर , एकदम ताजा ,मै किसी सव्जी या टमाटर की वात नही कर रहा मै वीडी मे ईस्तेमाल होने वाले ,वीडी को और पीने वाले को सुलगाने वाले प्रोडक्ट की वात कर  रहा हूं , एसा प्रोडक्ट जिसकी मार्किट सिर्फ हिमाचल मे ही नही पूरे देश और यहां तक विदेश मे भी जानी जाती है , जानता नही हिमाचल राज्य की जीडीपी कितनी है , आपको मालूम है तो वता दिजीयेगा मै भी अपना जीके वडा लूंगा ,जीडीपी के ईस खेल मे यह सुलगता प्रोडक्ट एक महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहा है हिमाचल की जीडीपी मे खिंची रेखा को टाप प्वाइंट तक ले जाने मे, कुछ लोगो ने तो काम धंधा छोडकर ईसी प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना शुरु कर दिया है अव भला कौन मेहनत करके पसीना वहाये जव सिर्फ ईम्पोर्ट और कस्टमर को एक्सपोर्ट करके अच्छा विजनै...
Ankush Thakur 16 hrs  ·  "कयोकि हमीरपुर का एक स्टेटस है " नमस्कार मै अंकुश , फोन मे स्टेट्स पर स्टेट्स वना रहा हू वस कुछ ही पलो मे आपकी फेसवुक फीड पर मेरा स्टेटस दस्तक दे देगा, तव तक हमीरपुर के स्टेट्स की वात करेंगे , नये वने सिनेमाघर से लेकर वडे वडे कालेज तक , राजनैतिक घरानो से लेकर सुजानपुर के चौगानों तक हमीरपुर का एक स्टेटस है , आकाशवाणी के टावर से लेकर लिटरेसी की पावर तक हमीरपुर का स्टेटस है ,पर नाजाने कयों स्टेट्स वनाने की भागदौड़ मे वेचारा गांधी चौक छुट सा गया है ,ईसका स्टेटस टैम्परेरी फेसवुक की टैमरेरी पिक्चर के जैसे दिखता है जो टिकता तो है लेकिन सिर्फ कुछ ही दिन । राजनैतिक कार्यक्रमो मे तो ईसे खूव संवारा जाता है सजाया जाता है ईसका स्टेटस वनाया जाता है ठीक देहात के उस वालक के जैसा दिसे काफी समय के वाद शादी मे जाने का अवसर मिला हो मगर शादी के वाद हाल वापिस वही हो जाता है अभाव के कारण सहुलियत के वगैर ,उपेक्षा का शिकार ,वहती नाक और लटके रुमाल जैसे दिखते पोस्टर ,पर हां ईन सवमे हमीरपुर की सव्जी मंडी ने जरुर अपना स्टेटस वना लिया है गाजर वेशक दुकान के...
" teenage"  हमीरपुर के गांधी चौक से उतरते ही ना जाने कयों मोमोज की दीवानगी उसमे उठ गयी , एक तो अंग्रेजी मिडीयम की कटरमकटर उपर से हम सरकारी प्रोडक्ट जो अक्सर साई न थीटा और कोस थीटा मे जिंदगी से ज्यादा उलझे रहते थे , मैथेमैटिक्स का हिसाव तो सर् से उपर जाता ही था लेकीन एक और हिसाव था जो मैथ्स से भी वाउंस कर रहा था , "ईश्क " का हिसाव .ये एसा हिसाव था जिसे ना वो दे पा रहे थे ना हम ले पा रहे थे , मोमोज वाली आंटी के पास प्यार भरे नग्मे लगाकर पूरा माहौल हम जैसे ही प्रेमियो के लिये सजा था , ओपन माईंडड भीड़ मे खुद को देखकर मैने उससे थोडी दूरी वना ली ,पर वो भी हिसाव मे डफर मुझ जैसे सरकारी स्कूल के लडके को ईंटैलिजैंट किस्म का हायव्रिड वनाना चाहती थी शायद तभी हाथ पकड कर वोली ,कम औन जस्ट चिल् , यह मेरा फेवरिट प्लेस है ,यह चिल मेरे लिये रैड चिली से कम नही था जो रंग विरंगे फटी जीन वाली भीड मे कोकाकोला पीकर आये डकार के जैसे था , चाउमिन वाली आंटी शायद हम जैसो कितनो के साथ फैमिलीयर थी उसे पूरा मालूम था कि चाउमिन के साथ कौन सा गीत सुनना ये लोग पसंद करते हैं , कान मे कहने लगी कैसी ...
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#गुफ्तगूं   #अंकुशठाकुर सुनो !!! हां वोलो , तुम ना शहर की भागम दौड मे कही ईतना दूर ना चले जाना कि पहाड का सफर फिर लम्वा लगने लगे ... एक वात वोलूं .........!!! जिसने पहाड से शहर का लम्वा सफर तय कर लिया हो उसे शहर से पहाड का सफर करने मे ज्यादा वक्त नहीं लगेगा , दूरियां नही किसी के साथ दिल की गहराईयो की अटैजमैंट मैटर करती है डियर् ॥ वस् वस् अपनी यह फिलौसपी ना झाडो ॥ (आजा दिखी लै दिल्ली दिये गोरिये हुस्न पहाडां दा ) #अंकुशठाकुर ankush.thakur045@gmail.com
#‎ तुम_भी_ना‬ जून का महीना आ गया वारिश का कोई निशान नहीं , और आज तो पांच जून भी हो ली , चलो अपने प्रेम का एक वूटा ही लगा देते है ईस तपती धरा पर , फिर सिंचेगे ईसे अपने प्यार से थोडा तुम पानी डाला करना थोडा हम डाला करेंगें , आने वाले वक्त मे यह एक प्रेम की मुकम्मल कहानी वयां करेगा ,ईमैजिन ईट ,हम जैसे कितनो को स्पेस देगा यह हैना ॥ हाहा तुम ना वडे ईमैजिनेटीव हो , भला यह प्रेम के विच ईनवायरमैंटल साईंस कहां से ले आते हो हम्म्म , अच्छा चलो वो फावडा तो पकडाओ !!!!!........  ‪#‎ अंकु शठाकुर‬ World environment Day 5 June .. पेड लगाये पर्यावरण वचायें ॥ ankush.thakur045@gmail.com
नमस्कार जाट आरक्षण मुद्दे पर आज आप सवका स्वागत है मै आज जाट आंदोलन या यूं कहे जाट उपद्रवीयों के वारे लिख रहा हूं जाहिर है मेरी ईस पोस्ट से जाट साथियों को थोडा गुस्सा आयेगा और वो गालियां भी देंगे , दे दिजीयेगा गुस्सा सेहत के लिये वैसे भी नुकसानदेह होता है ज्यादा गुस्सा रखोगे तो व्रेन हैमरेज हार्ट जैसी समस्याएं हो जायेगी ईसलिये आप हर तरह की गाली दे दिजीयेगा मुझे आपकी प्रशंसा और आपकी आलोचना से कोसों दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं ,ईन्फैक्ट मुझे ईससे भी कुछ नही लेना देना कि हरियाणा का कितना करोड नुकसान हुआ ,नुकसान तो नुकसान होता है फिर वो हजार रुपये का हो या हजार करोड का आप उसका तोल मोल भी कर सकते है यह आपकी कैलकुलेसन पर निर्भर करता है ,लेकिन कया आप जिंदगीयों का तोल मोल कर सकते हो ?? प्लीज यूं खामोश मत वैठियेगा आप तो जाट हो मै ठहरा एक हिमाचल के छोटे से गांव का लडका पर मुझे आपसे पूछना है वो सव जो आपने अपने पहले वाले सो काल्ड आंदोलन मे किया था , गांधी जी का आंदोलन सुना था तव मै पैदा भी नही हुआ था पर हां अन्ना आंदोलन जरुर देखा ,ईन आंदोलन के साथ और छोटे मोटे आंदोलनों से मेरा सरोकार होता रहा ज...